500 रुपये से इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें: क्या मैं 500 रूपये से इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू कर सकता हूं

दोस्तों आजकल हर कोई घर बैठे ऑनलाइन पैसे कमा रहा है। आपने यूट्यूब या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐसे कई लोगों को देखा होगा जो शेयर बाजार से पैसा कमा रहे हैं। ऐसे कई लोगों को शेयर बाजार से अमीर बनते देखकर प्रेरणा मिलती है। जितना पैसा किसी सरकारी या प्राइवेट कंपनी का कर्मचारी 5-8 घंटे में कमा लेता है, उतना पैसा कुछ लोग 2-3 घंटे की ट्रेडिंग करके कमा लेते हैं।यदि इतने सारे उदाहरण देखने के बाद आप भी ट्रेडिंग में रुचि रखते हैं तो यह लेख आपके लिए बहुत फायदेमंद है।
500 रूपये से इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें?
दोस्तों, शेयर बाजार में ट्रेडिंग या निवेश करने आने वाले ज्यादातर शुरुआती लोगों के सामने एक बड़ी समस्या होती है पूंजी या निवेश की कमी। क्योंकि ज्यादातर ट्रेडर्स के पास कम पैसे होते हैं और वे रिस्क नहीं लेना चाहते या अपना कैपिटल गंवाना नहीं चाहते। जिसके कारण वे ट्रेडिंग करना छोड़ देते हैं।
लेकिन दोस्तों, अगर आप एक शुरुआती ट्रेडर हैं या ट्रेडिंग करना चाहते हैं, तो आपको ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि आप चाहें तो कम पैसों में भी ट्रेडिंग कर सकते हैं, जिससे आपका कैपिटल लॉस और ज्यादा रिस्क लेने की संभावना कम हो जाती है और धीरे-धीरे आपके मन से डर खत्म होने लगता है। इतना सब कुछ पढ़ने के बाद आपके मन में कुछ सवाल तो जरूर आ रहे होंगे कि क्या ₹500 में इंट्राडे ट्रेडिंग की जा सकती है? ट्रेडिंग करने के लिए न्यूनतम कितना पैसा चाहिए?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कम पूंजी से भी ट्रेडिंग की जा सकती है। आप चाहें तो न्यूनतम ₹500 से ट्रेडिंग कर सकते हैं। इस लेख में नीचे ₹500 से ट्रेडिंग करने की पूरी जानकारी दी गई है, जिसे पढ़ने के बाद आप निडर होकर ट्रेड ले सकते हैं और पैसे कमा सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?
दोस्तों अगर आपके मन में यह सवाल है कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है तो हम आपको बता दें कि इंट्राडे ट्रेडिंग शेयर मार्केट में पैसे कमाने का एक आसान तरीका है जिसमें किसी भी कंपनी के शेयर को 1 दिन के अंदर खरीदना और बेचना होता है। भारत में शेयर बाजार सुबह 9:15 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक चलता है। इंट्राडे ट्रेडिंग में ट्रेडर्स को 9:15 से 3:30 के बीच में कोई भी शेयर खरीदना और बेचना होता है। अगर आप ऐसा नहीं करते या भूल जाते हैं तो 3:30 तक आपके द्वारा खरीदे गए सभी शेयर अपने आप बिक जाते हैं, चाहे आपको लाभ हो या नुकसान।
500 रूपये से ट्रेडिंग कैसे करें?
दोस्तों अगर आपके मन में सवाल है कि “500 रूपये से इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें?” तो हम आपको बताना चाहते हैं कि आप ऐसा कर सकते हैं। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि आपका कैपिटल या निवेश रकम छोटी होने के कारण आपको सावधानी परखने की जरूरत है क्योंकि आपकी एक छोटी सी गलती आपके कैपिटल के साथ होने वाले प्रॉफिट को लॉस में बदल सकती है।
दोस्तों ₹500 के साथ ट्रेडिंग करने से पहले आपको टेक्निकल एनालिसिस, मार्केट रिसर्च, प्राइस एक्शन का ज्ञान होना चाहिए। अपनी निवेशित पूंजी को बचाने की सुरक्षा के लिए, आपको स्टॉप लॉस जोखिम इनाम अनुपात सही ढंग से पता होना चाहिए। अगर आप इन सभी बातों को ध्यान में रखकर ट्रेड करना चाहते हैं तो नीचे दिए बताए गए नियमों का पालन करें।
- ₹500 के अंदर सही शेयर का चयन
- सही ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का चयन
- प्राइस एक्शन और टेक्निकल एनालिसिस का नॉलेज
- सही प्रॉफिट टारगेट सेट करना
- रिस्क/लॉस कैलकुलेट करना
- रिस्क कम कैसे करें
- रिस्क रीवार्ड रेश्यो कैसे कैलकुलेट करें
500 रुपये के अंदर सही शेयर का चयन कैसे करें?
दोस्तों आप अपना सवाल “क्या मैं 500 रूपये से इंट्राडे ट्रेडिंग शुरू कर सकता हूं” का जवाव पाने के लिए सबसे पहले आपको ₹500 के अंदर आने वाले सही स्टॉक या शेयर्स का चयन करना अत्यंत आवश्यक है। आप इसे ट्रेडिंग से पैसे कमाने का पहला चरण मान सकते हैं। 500 रुपये के अंदर उपलब्ध शेयर्स ढूंढने के लिए सबसे पहले NSE के वेबसाइट पर जाएं, Market Data > Equity & SME Market पर क्लिक करें। जितने भी शेयर्स के वॉल्यूम 2 लाख से ज्यादा है और प्राइस 500 रुपये से कम है उन में से किसी एक कंपनी के शेयर को ट्रेड कर सकते हैं।
सही ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का चयन कैसे करें?
दोस्तों ₹500 से ट्रेड लेने के पूर्व आपको एक बात बताना चाहते हैं कि जो भी प्रोफेशनल ट्रेडर्स मार्केट में ट्रेड करते हैं वह अपने निवेश पूंजी या कैपिटल का 5% प्रॉफिट कमाने का टारगेट लेते हैं। अगर आप एक बिगिनर ट्रेडर है तो आप 2% का प्रॉफिट टारगेट मानकर ट्रेड कर सकते हैं। लेकिन अगर आप 500 रुपए का 2 से 3% का प्रॉफिट लेते हैं तो आप ज्यादा से ज्यादा 10 या 15 रुपए का प्रॉफिट कमाएंगे।
किसी भी एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में इंट्राडे ट्रेड लेने के लिए प्रति ट्रेड के हिसाब से ₹20 का ब्रोकरेज चार्ज लगता है। अगर आप 1 दिन में ₹500 का ट्रेड लेकर 10 से ₹15 का प्रॉफिट करते हैं और आपको ₹20 का ब्रोकरेज देना पड़ जाए तो 5 से 10 रुपए आपके ट्रेडिंग कैपिटल से काट दिए जाएंगे जिससे आपका नुकसान होगा। आपके यहां पर प्रॉफिट करते हुए भी नुकसान झेलना पड़ रहा है। इस प्रकार के नुकसान से बचने के लिए आपको एक ऐसा ट्रेडिंग एप या प्लेटफॉर्म चुनना होगा जिसमे ब्रोकरेज चार्ज ना लगे।
भारत में ट्रेड करने के लिए ऐसे बहुत से जीरो ब्रोकरेज ट्रेडिंग एप है जिसकी मदद से आप बिना किसी ब्रोकरेज चार्ज का भुगतान किए ट्रेड कर सकते हैं और अपना प्रॉफिट कमा सकते हैं। अगर आप ऐसे सभी जीरो ब्रोकरेज ट्रेडिंग एप के बारे में जानना चाहते हैं तो हमारे व्हाट्सएप चैनल को फॉलो करें।
प्राइस एक्शन और टेक्निकल एनालिसिस का नॉलेज?
दोस्तों आप ₹500 में ट्रेड लेना चाहते हैं और आपके पास बहुत छोटी रकम होने के कारण आपको मार्केट एनालिसिस आना चाहिए। ट्रेडिंग के चार्ट पर कैंडलेस्टिक पेटर्न को समझना और प्राइस एक्शन को नजर में रखते हुए शेयर Buy या Sell करना चाहिए। यदि आप बिना किसी कैंडलेस्टिक एनालिसिस के तुक्का लगाते हैं तो 80% चांस है की आप अपना पैसा गवा देंगे।
500 रुपए से ट्रेडिंग में कितना प्रॉफिट का टारगेट रखें?
दोस्तों इंट्राडे ट्रेडिंग में निवेश किए हुए पूंजी का अधिकतम 5% लाभ कमाया जा सकता है अर्थात अगर आपके पास ₹500 का ट्रेडिंग कैपिटल है तो आप ज्यादा से ज्यादा ₹25 कमा सकते हैं। लेकिन अगर आप अपना प्रॉफिट ₹25 से बढ़ाकर और ज्यादा कमाना चाहते हैं तो आप मार्जिन ट्रेडिंग का सहारा ले सकते हैं।
मार्जिन ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग का एक प्रकार का विशेष फीचर है जिसमे आपको 5X का मार्जिन या लेवरेज मिलता है। मार्जिन ट्रेडिंग में 5 गुना लेवरेज या मार्जिन का मतलब यह है कि ट्रेडर्स के पास कम कैपिटल/पूंजी होने पर भी वे अपने कैटिपल के पांच गुना कीमत पर शेयर खरीद सकते हैं। अगर आपके पास निवेश पूंजी 500 रुपए है तो आप 500 रुपए का 5 गुना यानी 2500 रुपए की कीमत पर शेयर खरीद सकते हैं। अगर आप बिना मार्जीन लिए ₹500 से ₹25 का मुनाफा कमाते थे तो अब आप मार्जिन लेकर ₹25 का 5 गुना यानी ₹75 का प्रॉफिट कमा सकते हैं।
500 रुपए से ट्रेडिंग करने के रिस्क/लॉस कैसे कैलकुलेट करें?
वहीं पर अगर लॉस या रिस्क की बात करें तो आप हमेशा अपने कैपिटल पर कम से कम 1 से 1.5% का लॉस या रिस्क ले सकते हैं। अर्थात अगर आप 500 रुपए में ट्रेडिंग करते हैं तो हमेशा आप 5 रुपए से 7.5 रुपए तक का रिस्क या लॉस ले सकते हैं। उससे ज्यादा लॉस लेना आपके निवेश पूंजी के लिए हानिकारक हो सकता है।
500 रुपए से ट्रेडिंग में रिस्क कम कैसे करें या रिस्क रीवार्ड रेश्यो कैसे कैलकुलेट करें?
दोस्तों अब तक आपको यह तो पता चल गया होगा कि 500 रुपये से इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें? एक बिगिनर ट्रेडर होने के कारण आप प्रॉफिट करने से ज्यादा लॉस “लॉस को कैसे कम करें?” इस पर ध्यान देना चाहिए। क्योंकि ज्यादातर बिगनर ट्रेडर प्रॉफिट कमाने के चक्कर में रिस्क मैनेजमेंट के नियम भूल जाते हैं और लालच के चलते सारा पैसा धो डालते हैं।
रिस्क या लॉसेस को कम करने के लिए आपको रिस्क मैनेजमेंट का यह नियम जान लेना अत्यंत आवश्यक है। रिस्क मैनेजमेंट का नियम यह कहता है कि
“एक बिगनर ट्रेंडर को हमेशा 1:2 का रिस्क रिवॉर्ड रेश्यो फॉलो करना चाहिए”
अर्थात आप जितना प्रतिशत प्रॉफिट टारगेट करते हैं अगर उससे 2 गुना माने तो रिस्क या लॉस हमेशा 1 गुना या प्रॉफिट का आधा होना चाहिए। आसान भाषा में अगर समझे तो अगर आप ₹500 का ट्रेड लेते हैं और 25 रुपए का प्रॉफिट टारगेट करते हैं तो आप यहां प्रॉफिट का आधा यानी ₹12.5 का रिस्क ले सकते हैं। अगर आप यहां₹10 का प्रॉफिट टारगेट करते हैं तो ₹5 का रिस्क या लॉस लेना चाहिए। अगर आपको उससे ज्यादा लॉस होने लगे तो आपको स्टॉप लस लगाकर ऑर्डर रिजेक्ट कर देना चाहिए।
500 रुपये से ट्रेडिंग में रिस्क को कैसे मैनेज करे?
इंट्राडे ट्रेडिंग में रिस्क को मैनेज करने के लिए स्टॉप लॉस का प्रयोग करना चाहिए। एक बिगनर ट्रेंडर को हमेशा स्टॉप लॉस और टारगेट लगाना अच्छी तरीके से आना चाहिए। स्टॉप लॉस और टारगेट हमेशा रिस्क रिवार्ड रेश्यो के मुताबिक लगाना चाहिए। मार्केट में प्रोफिट होने के साथ स्टॉप लॉस को ट्रेल करना चाहिए।
