Bearish Engulfing Candlestick Pattern Full Details in Hindi: बेयरिश एन्गल्फिंग कैंडलस्टिक पैटर्न

Bearish Engulfing Candlestick Pattern Full Details in Hindi: Bearish Engulfing Candlestick Pattern शेयर मार्केट और ट्रेडिंग की दुनिया में एक महत्वपूर्ण तकनीकी संकेत है। यह पैटर्न अक्सर बाजार में गिरावट की संभावना का संकेत देता है। इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि Bearish Engulfing Candle क्या होती है, यह कैसे बनती है, इसे समझने की मनोविज्ञान, और इसे ट्रेडिंग में प्रभावी ढंग से उपयोग कैसे किया जा सकता है।
Bearish Engulfing Candle Kya Hai?: बेयरिश एन्गल्फिंग कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?
Bearish Engulfing Candlestick Pattern एक ऐसा पैटर्न है जो आमतौर पर अपट्रेंड के दौरान बनता है और ट्रेंड रिवर्सल की संभावना का संकेत देता है। इसमें दो कैंडलस्टिक शामिल होती हैं: पहली कैंडल हरे रंग की होती है, जो बुलिश सेंटिमेंट को दर्शाती है, और दूसरी कैंडल लाल होती है, जो पहली कैंडल को पूरी तरह “एन्गल्फ” कर लेती है यानी पहली बुलिश कैंडल स्टिक के नीचे ऐसे क्लोजिंग देती है कि पहली कैंडल बाद वाली लाल कैंडल के बीच मे रहती है।
यह पैटर्न तब बनता है जब बाजार में खरीदार कमजोर हो जाते हैं और विक्रेता प्रबल हो जाते हैं, जिससे कीमत नीचे गिरती है। यह संकेत देता है कि आगे बाजार में गिरावट हो सकती है।
Bearish Engulfing Candlestick Pattern कैसे बनता है?
Bearish Engulfing Candlestick Pattern दो कैंडल्स से बनता है:
- पहली कैंडल (ग्रीन कैंडल):
- यह एक छोटी हरे रंग की कैंडल होती है, जो बुलिश मूवमेंट को दर्शाती है।
- इसका क्लोजिंग प्राइस ओपनिंग प्राइस से अधिक होता है।
- दूसरी कैंडल (रेड कैंडल):
- यह एक बड़ी लाल कैंडल होती है, जो पहली कैंडल के हाई और लो को पूरी तरह से कवर कर लेती है।
- इसका ओपनिंग प्राइस पहली कैंडल के क्लोजिंग प्राइस से ऊपर और क्लोजिंग प्राइस पहली कैंडल के ओपनिंग प्राइस से नीचे होता है।
यह पैटर्न दर्शाता है कि विक्रेता अब बाजार पर नियंत्रण कर रहे हैं।
Bearish Engulfing Candlesticks Ki Psychology: बेयरिश एन्गल्फिंग कैंडलस्टिक पैटर्न की विशेषताएं और साइकोलॉजी
बेयरिश एन्गल्फिंग कैंडलस्टिक पैटर्न की मनोविज्ञान को समझना बहुत जरूरी है।
- जब पहली कैंडल बनती है, तो यह दर्शाती है कि खरीदार अभी भी मजबूत हैं और बायर्स मार्केट को उपर लेने की कोशिश कर रहे हैं।
- लेकिन जब दूसरी कैंडल बनती है तो वो ग्रीन कैंडल के उपर ओपन होती है और प्राइस नीचे जाने लगती है।
- इस रेड कैंडल के बनने के दौरान विक्रेता या सेलर्स अचानक बाजार में हावी हो जाते हैं और प्राइस को घटा कर मार्केट को नीचे गिरा देते हैं।
यह बदलाव दर्शाता है कि:
- बाजार में खरीदार कमजोर हो रहे हैं।
- विक्रेताओं की शक्ति बढ़ रही है।
- अपट्रेंड समाप्त हो कर और डाउनट्रेंड शुरू होने वाला है।
इस पैटर्न को देखते समय यह समझना जरूरी है कि यह केवल एक संकेत है और इसे अन्य तकनीकी संकेतकों के साथ उपयोग करना चाहिए।
Bearish Engulfing Candlestick Ko Kaise Trade Kare: बेयरिश एन्गल्फिंग कैंडलस्टिक पैटर्न में ट्रेड कब लें?
Bearish Engulfing Pattern का उपयोग ट्रेडिंग में अपट्रेंड रिवर्सल की पहचान के लिए किया जाता है। इसे ट्रेड करते समय निम्नलिखित कदम उठाए जा सकते हैं:
- पैटर्न की पहचान करें: अपट्रेंड के अंत में यानी रेजिस्टेंस लेवल के पास Bearish Engulfing Pattern को ढूंढें।
- कन्फर्मेशन का इंतजार करें: पैटर्न बनने के बाद अगली कैंडल का वेट करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ट्रेंड वाकई रिवर्स हो रहा है।
- कैसे कन्फर्मेशन पाएं: जब भी रेजिस्टेंस लेवल के पास बेयरिश एन्गल्फिंग पैटर्न बने तो एंगल्फिंग पैटर्न के लाल कैंडल के बाद वाली कैंडल अगर रेड कैंडल बनने के साथ एन्गल्फिंग पैटर्न के नीचे क्लोजिंग दे तो उस लाल कैंडल के नीचे से हम सेलिंग क ट्रेड ले सकते हैं।
- एंट्री पॉइंट तय करें: दूसरी कैंडल के क्लोजिंग प्राइस के ठीक नीचे एंट्री लें।
बेयरिश एन्गल्फिंग कैंडलस्टिक पैटर्न में स्टॉप लॉस कहाँ सेट करें?

दोस्तों किसी भी ट्रेड करते समय स्टॉप लॉस सेट करना बेहद जरूरी है, ताकि बड़े नुकसान से बचा जा सके। अगर आप Bearish Engulfing Pattern के साथ ट्रेड लेते हैं तो स्टॉप लॉस सेट करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फोलो करें:
- अगर आप बेयरिश एन्गल्फिंग कैंडलेस्टिक पेटर्न के साथ ट्रेड लेना चाहते हैं तो आप बेयरिश एन्गल्फिंग पैटर्न में बनने वाली बड़ी लाल कैंडल के हाइ पर अपना स्टॉप लॉस सेट कर सकते हैं।
Bearish Engulfing Candlestick Pattern में टार्गेट कहाँ सेट करें?

वेयरिश एन्ग्लफिंग पैटर्न के साथ ट्रेड लेते वक्त अपना टारगेट को सेट करना अत्यंत जरूरी है, जब भी आप ट्रेड लेते हैं तो हमेशा 1:2 रिस्क रिवार्ड रेश्यो को फॉलो करते हुए ट्रेड सेट करें।
- जिस लेवल से आप सेलिंग किए हैं उस लेवल से वेयरिश एंगल्फिन पैटर्न के बड़ी वाली लाल कैंडल के हाई तक का गैप अगर रिस्क हो तो उसके 2X प्राइस लेवेल पर टारगेट सेट कर सकते हैं।
निष्कर्ष:
Bearish Engulfing Candlestick Pattern बाजार में गिरावट का एक महत्वपूर्ण संकेत है। इसे पहचानकर और सही तरीके से उपयोग करके, आप अपनी ट्रेडिंग में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, इसका उपयोग अन्य संकेतकों और विश्लेषण के साथ करना आवश्यक है ताकि जोखिम को कम किया जा सके। ध्यान रखें कि सफलता के लिए धैर्य और निरंतर अभ्यास जरूरी है।